कोरोंना वायरस ने भी इंसानियत की पोल खोलकर ही रख दी जहाँ कुछ चंद लोग डान्स ,गाना ,घर में काम करने का दिखावा ,व्यायाम , बाग़वानी व परिवार के साथ कोरोंना होलीडे मनाने आदि का वीडियो बनाकर वायरल कर अपने आपको मस्ती में चूर दिखाकर सुर्ख़ियाँ बटोरने में मस्त होकर उन करोड़ों बेघर व बेरोज़गार हुऐ लोगों व उनके परिवार के मासूम बच्चे बूढ़े व बीमार माँ बाप जो भूख प्यास से पीड़ित हैं उन तक पहुँचने के लिए पैदल ही भूखे प्यासे सैकड़ों करोड़ों किमी की दूरी नापने को मजबूर हैं को बेरहमी से बेहया होकर चिढ़ा रहे हैं जिनके रूपए व मेहनत के बल पर ही इनको ये मुक़ाम हासिल हैं तथा सभी उद्योगपति अपने अपने घर मैं क़ैद होकर उस दिन की नीति बनाने में मशगूल होंगे जब कोरोना का जिन्न मर जायेगा उस दिन सरकार मंदी के नाम पर लाखों व करोड़ों हज़ार रुपयों की छूट का पैकेज माँगेंगे ब्याज में छूट तथा ऋणमाफ़ी की माँग करेंगे और कामयाब भी हों जायेंगे इनसे बाद में निपट लेंगे और सरकार से ऐसे लोगों को चिन्हित कर दण्डित करने को मजबूर कर लेंगे लेकिन -
अब हम उन सब व्यक्तियों की वर्तमान समय में ज़िम्मेदारी बढ़ गयी हैं जो निम्न मध्यम व उच्च मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक़ रखते हैं क्योंकि भारतीय समाज के असल ध्वजावाहक ,सच्चे देश भक्त हैं और समाजसेवी आप ही तो हैं अपने दिल की सुने और यथा योग्य जहाँ जिस स्थिति में हों ग़रीबों बेरोज़गारों व बेघरों की मदद को आगे आकर देश व समाजहित में अपना अमूल्य योगदान करे |